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1#भगवान की पूजा करे सिर पर पल्लू डाल कर या फिर ऐसे ही करे पूजा पाठ पढ़े ये छोटी सी कहानी 🙏🏻👇

आज सावन माह का पहला सोमवार था, सुबह जल्दी उठकर कर स्नान आदि काम करके निवृत होकर मंदिर गई पूजा करने, तो वह पर मैंने देखा बहुत सी माताएं बहनें अपने सिर पर पल्लू लिए बिना ही पूजा कर रही थीं। जहां तक मैंने बड़े बुजुर्गो से यही सुना है, सिर पर पल्लू लिए बिना पूजा पाठ नही करना चाहिए ये गलत होता हैं। हम कभी भी कोई पूजा अनुष्ठान हवन अपने घर में करवाते हैं तो पुजारी जी हमेशा यही कहते है बेटा सिर पर पल्लू डाल कर ही पूजा में शामिल होना चाहिए,
कारण क्या हैं इसका?
 हिंदू शास्त्रों के अनुसार पूजा में काली चीज वर्जित होती इसलिए सिर पर पल्लू रखा जाता हैं,
सिर पर पल्लू रखना ईश्वर के प्रति आदर भाव  जताना 

 अक्सर मंदिर जाने या पूजा-पाठ करते समय कपड़े से सिर ढकने की सलाह दी जाती है। इसे शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इससे व्यक्ति को पूजन का पूरा लाभ मिलता है, लेकिन वास्तव में इसके पीछे क्या कारण है और इससे क्या फायदे होते हैं, आइए जानते हैं।
1.रुण पुराण के अनुसार पूजन या किसी भी शुभ कार्य को करते समय सिर ढका हुआ हुआ होना चाहिए। क्योंकि इससे मन एकाग्र रहता है। माना जाता है कि जब सिर ढका हुआ होता हैतब हमारा ध्यान इधरउ-धर नहीं जाता है। जिसके चलते पूजा पर पूरा फोकस रहता है। इस नियम का पालन करने से व्यक्ति को भाग्य का साथ भी दोगुना मिलता है।
2.शास्त्रों के अनुसार पूजन के वक्त सिर ढकना भगवान को सम्मान देने का एक प्रतीक है। कहते हैं कि जैसे बड़े-बुजुर्गों के सामने सिर पर पल्ला रखा जाता है। वैसे ही ईश्वर के आदर के लिए भी सिर को ढका जाता है।
3. पूजा करते समय हम नकारात्मक प्रभाव से बचे रहते हैं क्युकी बालो के जरिए हमें नकारात्मक ऊर्जा अपनी ओर खींचती हैं । जबकि सिर ढाका होने से मन में सकारात्मक विचार आते हैं।
4. आकाश में कई तरह की तरंगे निकलती रहती हैं
जिनमें कुछ खराब भी होती हैं जो पूजा करते समय हमें अपनी ओर खींचती है। ऐसे में सिर पर पल्लू होने से हम इनसे बच जाते है।
5.सर साधारण पूजा करने के पीछे एक और वजह है वो है माहौल को सकारात्मक बनाना। ऐसा माना जाता है कि सिर पर पल्ला स्टैमिनास्ट से व्यक्ति की मानसिकता बदल जाती है। तब वो अधिकांश आस्थावान बन जाता है। इस व्यक्ति के शरीर से बीजिंग वाली ऊर्जा से उसका आस-पास का महल अच्छा बनता है।
अनुपयोगी माना गया है। क्योंकि ये नकारात्मकता का प्रतीक होते हैं। हमारे बाल काले होते हैं, ऐसे में वो भी पूजा के मार्ग में बाधा डालते हैं। इस समस्या से बचने के लिए पूजा करने में समय लगता है।
8.पूजा करने के पीछे एक कारण यह भी है कि इससे आपका मन केन्द्रित हो जाता है। आप ईश्वर से बहुत अच्छे से जुड़ते हैं।
9.शास्त्रों के अनुसार सभी व्यक्ति एक समान होते हैं। इसलिए पूजा के दौरान स्त्री और पुरुष दोनों को ही सिर पर कपड़ा रखना चाहिए
10. सिर ढक कर पूजा करने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है। बताया जाता है कि घर में बैठकर आग लगाने से आपके शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है।
पूरा लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद आपका 🙏🏻🙏🏻

लक्ष्मी माता के 18 पुत्रो के नाम 🙏🏻🙏🏻👇

1.ॐ देवसखाय नम: 2. ॐ चिक्लीताय नम:

भक्ति स्टोरी घरेलू नुस्खे आदि 🙏🌹